वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में मौसम दो दिनों से सामान्य हो चला है, मगर पश्चिमी विक्षोभ का एक असर और आने की तैयारी में है। दरअसल यह अभी अफगानिस्तान तक ही पहुंचा है हालांकि इसका असर पूर्वांचल तक अगले 48 घंटों तक आते आते खत्म होने की उम्मीद है। इससे पूर्व बुधवार की सुबह आसमान साफ रहा और ठंडी हवाओं के जोर से सुबह ठंड का भी पर्याप्त असर रहा। दिन चढ़ने तक सूरज की रोशनी में तेजी आती गई और ठंड धीरे धीरे वातावरण में घुल गई। वहीं दोपहर बाद तक आसमान साफ रहा और लोगों को ठंड से राहत भी मिली।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 29 डिग्री और न्यूनतम पारा 15 डिग्री दर्ज किया गया है। इस लिहाज से मौसम का रुख अभी भी ठंड का बना हुआ है। अधिकतम पारा तीस और न्यूनतम बीस डिग्री पार करने के बाद ही माना जा सकता है कि ठंड की पूर्वांचल से विदायी हो चुकी है। इस लिहाज से अगले पखवारे ही माना जा सकता है कि ठंड की विदायी होगी। वहीं अप्रैल के दूसरे पखवारे से गर्म हवाओं की भी सक्रियता शुरू होने का अनुमान है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले दिनों में मौसम का रुख दोबारा बदल सकता है हालांकि अब अधिक मौसमी बदलाव की संभावनाएं कम हैं। मगर बादलों की मामूली आवाजाही की सूरत आगामी दिनों में हो सकती है। वहीं सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार बादलों की सक्रियता अफगानिस्तान के अासपास अधिक है। अगर यह पूर्वांचल तक आए तो बूंदाबांदी करा सकते हैं हालांकि इसका असर यहां तक आते आते खत्म होने की उम्मीद है।